Nagasaki Incedent 9August,1945 | Nagasaki day | नागासाकी दिवस
इतिहास में कई ऐसी घटनाये हुई हैं जैसी मानवता प्रकृति और उसके साथ-साथ पूरी पृथ्वी को नुक्सान हुआ है उनमें से एक है नागासाकी घटना 9 अगस्त 1945 को हुई थी. इतिहास में कभी ना भुला जाने वाला दिन 9 अगस्त है क्योंकि इसी दिन जापान का नागासाकी शहर परमाणु बम से तबाह कर दिया गया था.
जापान का हिरोशिमा शहर तीन दिन पहले ही 6 अगस्त 1995 को अमेरिका के परमाणु बम का निशाना बन चुका था |
यह परमाणु बम इतना विनाशकारी होता है जिसकी हम कल्पना नहीं कर सकते आप ईसी से अंदाज़ा लगा सकते हैं कि गर्मी के दिनों में जब पारा 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर जाता है तो हमारा गर्मी से क्या हाल होता है | ऐसे में अगर आप सोचिये जब हिरोशिमा और नागासाकी में बम फेेंका गया तो बम के कारन 4000 डिग्री के बराबर गर्मी पैदा हुई थी जिसके कारन कई किलोमीटर तक नामोनिशान मिट गया|
ऐसा माना जाता है कि अमेरिका पहले जापान के क्योटो शहर पर बम गिराना चाहता था, परंतु विचार विमर्श के बाद नगासाकी को लक्ष्य सूची में शामिल किया गया इस सूची में 10-15 शहरों को शामिल किया गया था जिसमें नागासाकी शहर सूची में सबसे नीचे स्थान पर था परंतु जहां तबाही लिखी हो वहां होकर ही रहेगी.
इस विनाशकारी परमाणु बम को Fat-man का कोड दिया गया था जो 4.8 टन बजनी था इसे बी-29 बम वर्षक विमान से नीचे गिरा दिया गया था| आप अंदाज़ा नहीं लगा सकते हैं कि जैसे ही यह परमाणु बम नागासाकी शहर में गिरा तो 4000 डिग्री पर बराबर गर्मी पैदा हुई जिसे 500 किलो मीटर तक हर एक चीज का नामोनिशान मिट गया इससे निकलने वाली रेडिएशन और ऊर्जा इतनी घातक थी कि कई किलोमीटर के क्षेत्र में मौजुद हर चीज भाप बनकर उड़ गई 9 अगस्त 1945 का दिन जापान के साथ-साथ मानवता को शर्मसार कर देने वाला था, जिसको कभी नहीं भुला जा सकता, इसकी पीड़ा आज भी 77 साल बाद जापान के लोगों में दिखाई देती है |